उपायुक्त राहुल कुमार ने ‘व्यास प्योर’ स्टॉल का निरीक्षण कर ग्रामीण महिलाओं के उत्पादों की करी सराहना

जिला प्रशासन बिलासपुर की ओर से आज आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में उपायुक्त राहुल कुमार ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिला सदस्यों द्वारा संचालित ‘व्यास प्योर’ स्टॉल का निरीक्षण किया। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त ओमकांत ठाकुर एवं उपमंडल अधिकारी (एसडीएम) राजदीप सिंह भी उपस्थित रहे।


स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी ने खींचा ध्यान

निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा प्रदर्शित विभिन्न उत्पादों का अवलोकन किया।
स्टॉल पर महिला सदस्यों द्वारा स्थानीय स्तर पर तैयार किए गए—

  • शुद्ध खाद्य उत्पाद (अचार, पापड़, मुरब्बा, मसाले),

  • हैंडमेड वस्तुएं,

  • पर्यावरण अनुकूल उत्पाद,

  • और घरेलू उपयोग की सामग्री प्रदर्शित की गई।

इन उत्पादों की गुणवत्ता, पैकेजिंग और प्रस्तुति देखकर अधिकारी विशेष रूप से प्रभावित हुए।


“व्यास प्योर ग्रामीण आत्मनिर्भरता का प्रतीक” – उपायुक्त राहुल कुमार

उपायुक्त राहुल कुमार ने कहा— “‘व्यास प्योर’ ब्रांड न केवल स्थानीय उत्पादों की गुणवत्ता का परिचायक है, बल्कि यह ग्रामीण महिलाओं की मेहनत, लगन और आत्मनिर्भरता का सशक्त प्रतीक भी है।” उन्होंने कहा कि एनआरएलएम के तहत महिलाओं का समर्पण और कौशल प्रेरणादायक है। ऐसे प्रयास ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती और महिलाओं को सम्मानजनक आजीविका के अवसर प्रदान कर रहे हैं।


‘व्यास प्योर’ को ऑनलाइन मंचों से जोड़ने का सुझाव

उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से स्वयं सहायता समूहों को हरसंभव सहयोग दिया जाएगा ताकि उनके उत्पादों को व्यापक बाजार मिल सके। उन्होंने सुझाव दिया कि समूहों को ऑनलाइन बिक्री मंच और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से भी जोड़ा जाए, ताकि ‘व्यास प्योर’ ब्रांड की पहुँच राज्य और राष्ट्रीय स्तर तक बढ़ सके।


महिला सशक्तिकरण की दिशा में मजबूत कदम

अतिरिक्त उपायुक्त ओमकांत ठाकुर ने कहा कि महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में स्वयं सहायता समूहों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे समूहों को—

  • मार्केट लिंक,

  • पैकेजिंग प्रशिक्षण,

  • ब्रांडिंग सहयोग,

  • और वित्तीय सहायता के माध्यम से निरंतर प्रोत्साहित किया जाए।


एनआरएलएम से आत्मनिर्भर बन रहीं ग्रामीण महिलाएं

एसडीएम राजदीप सिंह ने कहा कि एनआरएलएम जैसी योजनाएं ग्रामीण महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बना रही हैं। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की यह सफलता अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणास्रोत है और ऐसे प्रयासों से महिलाएं सामाजिक व आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं।


बधाई और प्रोत्साहन

कार्यक्रम के अंत में उपायुक्त राहुल कुमार ने ‘व्यास प्योर’ स्टॉल की सफलता पर समूह की महिलाओं को बधाई दी और उनके उत्पादों को आम जनता तक पहुँचाने के लिए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा— “ऐसे प्रयास न केवल ग्रामीण महिलाओं के जीवन स्तर को सुधार रहे हैं, बल्कि जिले में ‘लोकल फॉर वोकल’ की भावना को भी सशक्त कर रहे हैं। ‘व्यास प्योर’ जैसे उपक्रम यह साबित करते हैं कि अवसर और सहयोग मिलने पर ग्रामीण महिलाएं भी सफल उद्यमी बन सकती हैं।”