उपायुक्त किन्नौर डॉ. अमित कुमार शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम 2025 की बैठक में सीमावर्ती क्षेत्र के विकास, सुरक्षा और आधारभूत संरचना परियोजनाओं पर गहन चर्चा हुई। इस महत्वपूर्ण बैठक का उद्देश्य किन्नौर जिले में स्थानीय आर्थिक विकास, सामाजिक सशक्तिकरण और सीमा सुरक्षा को बढ़ावा देना है।
बैठक में उठाए गए प्रमुख मुद्दे
डॉ. अमित कुमार शर्मा ने बताया कि वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत सीमावर्ती ग्रामों को आर्थिक अवसर प्रदान कर युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाना, साथ ही स्थानीय संसाधनों का प्रभावी उपयोग करके स्थायी कृषि एवं पर्यटन को बढ़ावा देना प्रमुख लक्ष्य हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल सामाजिक-आर्थिक विकास है, बल्कि सीमा सुरक्षा बलों के लिए ग्रामीण समुदायों को ‘आंख और कान’ बनाना भी है।
प्रस्तावित विकास कार्य और निधि आवंटन
| स्थान | परियोजना | अनुमानित लागत |
|---|---|---|
| नेसंग | सतलुज नदी पर 110 मीटर का स्टील कंक्रीट पुल | ₹10.07 करोड़ |
| चांगो व पूह | सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हेतु आवासीय भवन | ₹6.35 करोड़ |
| सुमरा | स्पीति नदी पर बैली ब्रिज निर्माण | ₹7.84 करोड़ |
| शिपकिला | सरहद वन उद्यान योजना | ₹25 लाख |
| चारंग पंचायत | रांगरिक मठ में सामुदायिक भवन और ध्यान केंद्र | ₹70 लाख |
| मलिंग | खेल मैदान का निर्माण | ₹3.73 करोड़ |
अन्य महत्वपूर्ण निर्णय और निर्देश
-
सामुदायिक भवन निर्माण के प्रगति विवरण हेतु नमज्ञा पंचायत से रिपोर्ट मांगी गई।
-
वन विभाग को निर्देश दिए गए कि छितकुल क्षेत्र में इको-पार्क का शीघ्र निर्माण करें ताकि पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा मिले।
-
छितकुल एवं बटसेरी ग्राम पंचायतों में अधोसंरचना, जल निकासी एवं मूलभूत सुविधाओं की समीक्षा की गई।
बैठक में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारी
-
अधिशाषी अभियंता विद्युत – टाशी छोडूप नेगी
-
जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक – गुरु लाल नेगी
-
सहायक वन संरक्षण अधिकारी – करण कपूर
-
भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के अधिकारी एवं अन्य विभागीय कर्मचारी
उपायुक्त किन्नौर डॉ. अमित कुमार शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम 2025 की बैठक में सीमावर्ती क्षेत्र के विकास, सुरक्षा और आधारभूत संरचना परियोजनाओं पर गहन चर्चा हुई। इस महत्वपूर्ण बैठक का उद्देश्य किन्नौर जिले में स्थानीय आर्थिक विकास, सामाजिक सशक्तिकरण और सीमा सुरक्षा को बढ़ावा देना है।
बैठक में उठाए गए प्रमुख मुद्दे
डॉ. अमित कुमार शर्मा ने बताया कि वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत सीमावर्ती ग्रामों को आर्थिक अवसर प्रदान कर युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाना, साथ ही स्थानीय संसाधनों का प्रभावी उपयोग करके स्थायी कृषि एवं पर्यटन को बढ़ावा देना प्रमुख लक्ष्य हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल सामाजिक-आर्थिक विकास है, बल्कि सीमा सुरक्षा बलों के लिए ग्रामीण समुदायों को ‘आंख और कान’ बनाना भी है।
प्रस्तावित विकास कार्य और निधि आवंटन
स्थान परियोजना अनुमानित लागत नेसंग सतलुज नदी पर 110 मीटर का स्टील कंक्रीट पुल ₹10.07 करोड़ चांगो व पूह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हेतु आवासीय भवन ₹6.35 करोड़ सुमरा स्पीति नदी पर बैली ब्रिज निर्माण ₹7.84 करोड़ शिपकिला सरहद वन उद्यान योजना ₹25 लाख चारंग पंचायत रांगरिक मठ में सामुदायिक भवन और ध्यान केंद्र ₹70 लाख मलिंग खेल मैदान का निर्माण ₹3.73 करोड़
अन्य महत्वपूर्ण निर्णय और निर्देश
-
सामुदायिक भवन निर्माण के प्रगति विवरण हेतु नमज्ञा पंचायत से रिपोर्ट मांगी गई।
-
वन विभाग को निर्देश दिए गए कि छितकुल क्षेत्र में इको-पार्क का शीघ्र निर्माण करें ताकि पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा मिले।
-
छितकुल एवं बटसेरी ग्राम पंचायतों में अधोसंरचना, जल निकासी एवं मूलभूत सुविधाओं की समीक्षा की गई।
बैठक में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारी
-
अधिशाषी अभियंता विद्युत – टाशी छोडूप नेगी
-
जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक – गुरु लाल नेगी
-
सहायक वन संरक्षण अधिकारी – करण कपूर
-
भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के अधिकारी एवं अन्य विभागीय कर्मचारी
-