पौधरोपण से प्रकृति का संरक्षण संभव: राजेश धर्माणी

76वें जिला स्तरीय वन महोत्सव में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि पौधरोपण प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन में अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पर्यावरण क्षरण और ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं।

मरयानी में 5500 पौधों का रोपण

मुख्यमंत्री वन संवर्द्धन योजना के तहत मरयानी में 5 हेक्टेयर क्षेत्र में 5500 औषधीय और फलदार पौधे जैसे आंवला, हरड़, बेहड़ा, अर्जुन, कचनार, पीपल और जामुन लगाए गए। मंत्री ने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में यह क्षेत्र घना जंगल बनेगा।

सरकार की नई पहल

धर्माणी ने बताया कि राजीव गांधी वन संवर्द्धन योजना के तहत महिला मंडलों, युवक मंडलों और सामुदायिक समूहों को वनीकरण में जोड़ा जाएगा। योजना के अंतर्गत प्रति हेक्टेयर 1.20 लाख रुपये सहायता और पौधों के जीवित रहने की दर के आधार पर उतनी ही प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

स्थानीय योगदान को सराहना

मंत्री ने स्थानीय वन संवर्धन समिति की अध्यक्षा मीरा देवी के प्रयासों की प्रशंसा की और उन्हें सम्मानित किया। इस अवसर पर वन विभाग के कर्मचारियों ने आपदा राहत कोष में 1.01 लाख रुपये का अंशदान दिया।

वन क्षेत्र को संरक्षित बनाने की योजना

राजेश धर्माणी ने कहा कि मरयानी को संरक्षित वन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा, ताकि विद्यार्थी और आमजन पर्यावरण व पारिस्थितिकी तंत्र की व्यावहारिक जानकारी प्राप्त कर सकें।