बागवानी विभाग ऊना द्वारा किसानों के लिए 5 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन

किसानों की आय में वृद्धि और आधुनिक बागवानी तकनीकों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बागवानी विभाग, जिला ऊना द्वारा किसानों के लिए 5 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा रहा है। यह शिविर 13 से 17 अक्तूबर 2025 तक इंडो-इज़राइल बागवानी उत्कृष्टता केंद्र, सिद्धपुर (जिला मंडी) में आयोजित किया जा रहा है।

बागवानी विभाग ऊना के उप-निदेशक डॉ. के.के. भारद्वाज ने सभी किसानों को सफल प्रशिक्षण की शुभकामनाएं देते हुए बताया कि इस प्रशिक्षण दल का नेतृत्व बागवानी विकास अधिकारी डॉ. कविता कर रही हैं। उन्होंने कहा कि ऊना जिले की भौगोलिक और जलवायु परिस्थितियां विभिन्न फलदार फसलों की खेती के लिए अत्यंत अनुकूल हैं।

जिले में आम, सिट्रस फल, ड्रैगन फ्रूट, अनार, अमरूद, पपीता, जापानी फल, आड़ू, प्लम और नाशपाती जैसी फसलों की सफलतापूर्वक खेती की जा सकती है। इन संभावनाओं को देखते हुए केंद्र प्रायोजित एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत यह प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया है ताकि किसान उत्कृष्टता केंद्र के विशेषज्ञों से नई बागवानी तकनीकें सीखकर उन्हें अपने खेतों में लागू कर सकें।

डॉ. भारद्वाज ने बताया कि विभाग किसानों को ड्रैगन फ्रूट, एवोकाडो और जापानी फल जैसी उच्च आय वाली फसलों को अपनाने के लिए भी प्रेरित कर रहा है, जिससे फसलों में विविधता और किसानों की आमदनी दोनों में वृद्धि होगी।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बागवानी क्षेत्र के समग्र विकास के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं का लाभ उठाकर किसान न केवल आत्मनिर्भर बन सकते हैं, बल्कि अपनी आय में भी उल्लेखनीय वृद्धि कर सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अब अधिकांश बागवानी विकास योजनाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं, जिनका लाभ किसान घर बैठे उठा सकते हैं।

अंत में डॉ. भारद्वाज ने जिले के किसानों से अपील की कि वे अपने निकटतम बागवानी अधिकारी से संपर्क स्थापित कर विभाग की विभिन्न योजनाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का लाभ उठाएं।