सुरेश कश्यप ने केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से निर्यात क्षेत्र की प्रगति पर चर्चा की

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने हाल ही में केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से दिल्ली में मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने भारतीय निर्यात क्षेत्र की वर्तमान प्रगति और वैश्विक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। सुरेश कश्यप ने बताया कि भारतीय निर्यात की यात्रा वैश्विक एकीकरण और नवाचार का परिणाम है। सिल्क रूट से लेकर उदारीकरण के बाद के उछाल तक, निर्यात में मसालों और वस्त्रों से लेकर प्रौद्योगिकी, फार्मास्युटिकल और इंजीनियरिंग वस्तुओं तक विविधता आई है।


निर्यात में महत्वपूर्ण वृद्धि

उन्होंने आंकड़े साझा करते हुए बताया कि विश्व बैंक के अनुसार, दुनिया का निर्यात 2.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है, जबकि भारत का निर्यात वैश्विक विकास से आगे बढ़कर 7.1 प्रतिशत (2024) की दर से बढ़ा। यह अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की प्रगति और आर्थिक मजबूती का संकेत देता है। भारतीय सकल घरेलू उत्पाद में निर्यात की हिस्सेदारी 2015 में 19.8 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 21.2 प्रतिशत हो गई है।


वित्त वर्ष 2025-26 में निर्यात प्रदर्शन

वित्त वर्ष 2025-26 के पहले पांच महीनों में भारत के कुल निर्यात (व्यापारिक और सेवा निर्यात संयुक्त) में 5.19 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

  • अप्रैल-अगस्त 2025 में कुल निर्यात मूल्य: 346.10 बिलियन अमेरिकी डॉलर

  • अप्रैल-अगस्त 2024 में कुल निर्यात मूल्य: 329.03 बिलियन अमेरिकी डॉलर

  • व्यापारिक निर्यात का हिस्सा: 53.09 प्रतिशत

  • सेवा निर्यात का हिस्सा: 46.91 प्रतिशत

  • अगस्त 2025 में निर्यात में वृद्धि: 4.77 प्रतिशत


लक्ष्य और भविष्य की संभावनाएं

सुरेश कश्यप ने कहा कि सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 में 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के निर्यात का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसमें से 34.61 प्रतिशत पहले पांच महीनों में हासिल कर लिया गया है। सरकारी सुधारों, डिजिटल परिवर्तन और उद्यमशीलता की भावना से प्रेरित भारत का निर्यात क्षेत्र नई संभावनाओं के शिखर पर खड़ा है, जो वैश्विक मंच पर आत्मनिर्भर भारत की कहानी को नया आकार दे रहा है।