एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा लाइब्रेरियन को लाइब्रेरी की डिमांड को लेकर ज्ञापन दिया जिसमें पहली मांग यह थी कि विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी के गेट 8 बजे बंद कर दिए जाते हैं जिसके चलते मजबूरी में छात्रों को प्राइवेट लाइब्रेरी में अध्ययन के लिए बैठना पड़ता है अत: SFI ने मांग रखी की लाइब्रेरी को 24 घंटे के लिए खुला रखा जाए ताकि छात्र प्राइवेट लाइब्रेरी जाने की बजाए विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में अपनी पढ़ाई किसी भी समय कर सके।
इसके अलावा दूसरी मांग यह थी कि लाइब्रेरी में सेंट्रल हीटिंग सिस्टम लगाया जाए ताकि सर्दियां आने से पहले लाइब्रेरी में प्रॉपर हीटिंग व्यवस्था हो जाए। जिसके लिए विश्वविद्यालय को काफी खर्च करना पड़ता है। तो SFI का मानना है कि विश्वविद्यालय लाइब्रेरी में सेंट्रल लाइब्रेरी हीटिंग की व्यवस्था की जाए जिसके चलते छात्र सर्दियों में लाइब्रेरी में पढ़ाई देर रात कर सके। इसके अलावा कैंपस सचिव ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को बने हुए लगभग 55 वर्ष हो गए हैं लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में विश्वविद्यालय के सभी छात्रों को बैठने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है, इसमें उनका मानना है कि HPU की सेंट्रल लाइब्रेरी में बैठने की कैपेसिटी को बढ़ाया जाए, और जिस स्थान पर विश्वविद्यालय में छात्रों और कर्मचारियों की जेबों पर डाका डालने के लिए कामधेनु जैसे कैफे को खोला गया था उसकी जगह स्टडी रूम खोला जाए ताकि जिन छात्रों को लाइब्रेरी में बैठने की जगह नहीं मिलती वो वहां बैठ सकें।
इसके साथ कैंपस अध्यक्ष संतोष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में किताबों के संस्करण काफी पुराने है तो इस विषय पर उनका मानना है कि विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में किताबों के नए संस्करण मंगवाएं जाएं ताकि छात्रों को अपने अध्ययन में मुश्किलों का सामना न करना पड़े। इन सभी छात्र मांगो को मध्यनजर रखते हुए लाइब्रेरियन ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इन मांगो पर संज्ञान प्रशासन द्वारा लिया जाएगा।
