सैहब वर्कर्स यूनियन ने 25 अगस्त से अनिश्चितकालीन आंदोलन का ऐलान किया

सैहब सोसाइटी वर्कर्स यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर 25 अगस्त से अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया है। यह घोषणा कालीबाड़ी हॉल, शिमला में आयोजित आम सभा के दौरान की गई। सभा में सैहब सोसाइटी के गार्बेज कलेक्टर, सुपरवाइजर, रोड स्वीपिंग स्टाफ और अन्य सैकड़ों कर्मियों ने हिस्सा लिया।

मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष

सभा को संबोधित करते हुए सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, जिला सचिव रमाकांत मिश्रा, सीटू नेता विवेक कश्यप, यूनियन अध्यक्ष जसवंत सिंह और महासचिव ओमप्रकाश ने कहा कि नगर निगम प्रशासन मजदूर विरोधी नीतियां अपना रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक सैहब कर्मियों की मांगें पूरी नहीं होंगी, आंदोलन जारी रहेगा।

मुख्य मांगें

यूनियन ने स्पष्ट किया कि उनकी प्रमुख मांगों में नियमितीकरण, क्यूआर कोड प्रोजेक्ट को रद्द करना, आउटसोर्स प्रथा समाप्त करना, और नियमित कर्मचारियों के बराबर वेतन शामिल है। साथ ही, 15वें भारतीय श्रम सम्मेलन, सुप्रीम कोर्ट के आदेश और सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार 26 हजार रुपये मासिक वेतन, अतिरिक्त कार्य का अतिरिक्त वेतन, 39 छुट्टियां, समय पर वेतन भुगतान, ईपीएफ जमा और पदोन्नति नीति की मांग भी रखी गई।

सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप

नेताओं ने आरोप लगाया कि नगर निगम 2.5 करोड़ रुपये घरों की मैपिंग और क्यूआर कोड स्कैनिंग पर खर्च करना चाहता है, जबकि इसी राशि से 150 अतिरिक्त मजदूरों की भर्ती हो सकती है। इससे न केवल शहर की सफाई व्यवस्था बेहतर होगी बल्कि मौजूदा कर्मियों पर काम का बोझ भी कम होगा।

आंदोलन में व्यापक भागीदारी

सभा में पाला राम, अमित भाटिया, नरेश ठाकुर, शिव राम, दलविंद्र सुनील, योगेश, भरत, पवन, नरेंद्र, रूपा, पूनम, शारदा, देवी सिंह, सूरत राम, राकेश, राहुल, बूटा राम, विक्रम, दिगम्बर, मनोज, अजित, चंदू लाल, दिनेश, धर्म चंद, नीरज, ललित, मदन, इंद्र, प्रेम, राजीव, खूब राम और अरविंद सहित सैकड़ों सैहब कर्मी शामिल रहे।