शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज राजा वीरभद्र सिंह राजकीय महाविद्यालय, सीमा (रोहड़ू) में दिव्य हिमाचल एवं विद्यापीठ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित मेधावी विद्यार्थियों के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
शिक्षा को मिल रही प्राथमिकता – साक्षरता दर 99.30 प्रतिशत
शिक्षा मंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार गुणात्मक शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश की साक्षरता दर 99.30 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जो पड़ोसी राज्यों से अधिक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मेधावी छात्रों को विदेशों में एक्सपोज़र विजिट के लिए भेजकर सरकार ने उन्हें नई दिशा दी है।
 शिक्षक भर्ती और उच्च शिक्षा में सुधार
शिक्षा मंत्री ने बताया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में— 587 पद असिस्टेंट प्रोफेसर के भरे गए हैं। 118 प्रधानाचार्य पद सीधी भर्ती व प्रमोशन द्वारा पूरे किए गए। शीघ्र ही 500 और असिस्टेंट प्रोफेसर पद कमीशन के माध्यम से भरे जाएंगे।
️ शिक्षा बजट में 18% वृद्धि – 10,000 करोड़ का प्रावधान
उन्होंने कहा कि कठिन वित्तीय परिस्थितियों के बावजूद सरकार ने शिक्षा क्षेत्र को प्राथमिकता दी है। “जहाँ अन्य विभागों के बजट में कटौती की गई, वहीं शिक्षा विभाग के बजट में 18 प्रतिशत की वृद्धि की गई है, और 10,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।”
कॉलेज विकास के लिए बड़ी घोषणाएं
शिक्षा मंत्री ने बताया कि राजा वीरभद्र सिंह राजकीय महाविद्यालय, सीमा को उच्च शिक्षा के प्रथम चरण के 133 कॉलेजों में शामिल किया गया है। यहाँ आने वाले समय में नए कोर्सेज शुरू किए जाएंगे, और जहाँ छात्रों की संख्या अधिक होगी वहाँ शिक्षा प्रणाली को और सुदृढ़ किया जाएगा। उन्होंने निम्नलिखित विकास कार्यों की घोषणाएं कीं— कॉलेज ऑडिटोरियम की मरम्मत के लिए ₹20 लाख, बहुउद्देशीय हॉल के लिए ₹4.48 करोड़ (कार्य आरंभ), कन्या छात्रावास के लिए ₹8.25 करोड़ (कार्य शीघ्र आरंभ), स्टाफ क्वार्टर की मरम्मत के लिए ₹26.60 लाख का प्रावधान
कार्यक्रम में उपस्थित रहे
इस अवसर पर— स्थानीय विधायक मोहन लाल ब्राक्टा, जिला परिषद उपाध्यक्ष सुरेंद्र रेटका, उपमंडलाधिकारी (ना.) धर्मेश, महाविद्यालय प्रधानाचार्य ललिता रावत, सहित बड़ी संख्या में अध्यापक, छात्र एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
 
					