भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक राजिंदर राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने “व्यवस्था परिवर्तन” के नाम पर जनता को छलने का काम किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने कैबिनेट रैंक वाले सलाहकारों की फौज खड़ी कर प्रदेश पर करोड़ों का आर्थिक बोझ डाल दिया है, जबकि ये सलाहकार प्रदेश में व्याप्त अराजकता, भ्रष्टाचार और अव्यवस्था के मुद्दों से पूरी तरह बेपरवाह हैं।
⚡ “सरकार बना रही है फ्रेंड्स वेलफेयर स्टेट”
राजिंदर राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री के सलाहकार वेलफेयर स्टेट के बजाय ‘फ्रेंड्स वेलफेयर स्टेट’ चला रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया — “क्या मित्र मंडली को ही प्रदेश के संसाधन लूटने की खुली छूट देना विकास का मानक है?” उन्होंने कहा कि सलाहकारों का काम विकास की दिशा तय करना है, न कि विपक्ष को यह सलाह देना कि वह जनता के मुद्दे न उठाए।
“क्या जनता के अधिकारों की बात करना गलत है?”
भाजपा नेता ने कहा कि विपक्ष आपदा प्रभावितों, कर्मचारियों, युवाओं और गरीबों के अधिकारों की बात कर रहा है। उन्होंने कहा — “क्या आपदा प्रभावितों को केंद्र द्वारा भेजे गए 5500 करोड़ रुपये देने की मांग करना गलत है? क्या सर्दी में बेघर हो चुके लोगों की चिंता करना, युवाओं को रोजगार देने या कर्मचारियों को समय पर वेतन और डीए देने की मांग करना छोटा मुद्दा है?” उन्होंने कहा कि सरकार को जनता की समस्याएं सुननी चाहिए, न कि विपक्ष की आवाज़ दबानी चाहिए।
⚖️ “संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं”
राजिंदर राणा ने आरोप लगाया कि सरकार ने नगर निगम, नगर निकाय और ग्राम पंचायत चुनाव रोककर संविधान का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा — “जनता को उसके संवैधानिक अधिकारों से वंचित करना लोकतंत्र की आत्मा पर प्रहार है।” उन्होंने कहा कि भाजपा इसका सड़कों से लेकर सदन तक विरोध करेगी।
“नशाखोरी, अपराध और माफिया राज को संरक्षण दे रही सरकार”
राजिंदर राणा ने कहा कि आज प्रदेश में नशाखोरी, अपराध और माफिया राज चरम पर है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इन पर कार्रवाई करने के बजाय इन्हें राजनीतिक संरक्षण दिया हुआ है। “सत्ता के संरक्षण में मित्र मंडली द्वारा संसाधनों की लूट हो रही है, और विपक्ष को चुप रहने की सलाह दी जा रही है।”
️ “भाजपा जनता की आवाज उठाती रहेगी”
पूर्व विधायक ने कहा कि आम आदमी के मुद्दे भाजपा के सबसे बड़े मुद्दे हैं। उन्होंने कहा — “हर हिमाचली की पीड़ा उठाना हमारा धर्म है और हम इसे जारी रखेंगे। सरकार और उसके सलाहकार अपनी नीयत साफ रखें और उन झूठी गारंटियों को पूरा करें जिनके भरोसे उन्होंने जनादेश चुराया था।”
 
					