प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ने बदली ग्रामीण भारत की तस्वीर : अधीक्षण अभियंता जीत सिंह ठाकुर

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में जिला मुख्यालय बिलासपुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अधीक्षण अभियंता जीत सिंह ठाकुर ने कहा कि यह योजना ग्रामीण भारत के सर्वांगीण विकास की आधारशिला साबित हुई है। इस योजना ने देश के करोड़ों ग्रामीणों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हुए गांवों को शहरों से जोड़ने और विकास की नई राह खोलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।


बिलासपुर में सुदृढ़ ग्रामीण सड़क नेटवर्क का निर्माण

उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत व्यापक और टिकाऊ सड़क नेटवर्क का निर्माण किया गया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि विपणन और सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों को नई गति मिली है। उन्होंने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य हर मौसम में सुगम और स्थायी सड़कों का निर्माण कर ग्रामीण आबादी को मुख्यधारा से जोड़ना है।


624 बस्तियों को मिला सड़क संपर्क

अब तक बिलासपुर जिले की 624 आवासीय बस्तियों को सड़क सुविधा से जोड़ा जा चुका है, जिससे हजारों परिवारों के जीवन में सुधार आया है। बेहतर सड़क संपर्क के कारण ग्रामीणों को शिक्षा, स्वास्थ्य, बाजार और अन्य आवश्यक सेवाओं तक आसान पहुंच मिली है।


तीनों चरणों में बिलासपुर की प्रगति

चरण जोड़ी गई बस्तियां सड़कें लंबाई (किमी)
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-I 133 157 (निर्मित)
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-II 27 6 66.32
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-III 464 19 (निर्माणाधीन) 184.62

उन्होंने बताया कि योजना के तीनों चरणों के माध्यम से जिले के लगभग सभी दुर्गम और पिछड़े क्षेत्रों को सड़क संपर्क से जोड़ा जा चुका है।


452 करोड़ रुपये की लागत से 862 किमी सड़कों का निर्माण

अधीक्षण अभियंता ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-I और II के अंतर्गत 862.71 किलोमीटर लंबाई का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि 112.18 किलोमीटर लंबाई का कार्य प्रगति पर है।
अब तक इन परियोजनाओं पर 452 करोड़ रुपये व्यय किए जा चुके हैं। इन सड़कों से ग्रामीण संपर्क व्यवस्था को मजबूती मिलने के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर आर्थिक गतिविधियों और रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि हुई है।