नेत्रदान पखवाड़े के उपलक्ष्य पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण चौधरी के निर्देशानुसार वीरवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसकी अध्यक्षता स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुनील वर्मा ने की।
इस अवसर पर उन्होंने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से आंखों की देखभाल को लेकर विशेष सावधानियां बरतने की अपील की तथा नेत्रदान करने की शपथ भी दिलवाई।
कार्यक्रम के दौरान जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बीरबल वर्मा ने नेत्रदान पखवाड़े के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कॉर्निया संबंधी अंधता को कॉर्निया प्रत्यारोपण से ठीक किया जा सकता है, इसलिए सभी को नेत्रदान के लिए आगे आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत में लाखों लोग नेत्रहीन हैं और हर वर्ष 25 से 30 हजार लोग अपनी आंखों की रोशनी खो देते हैं। हमारे द्वारा किया गया नेत्रदान किसी नेत्रहीन व्यक्ति के जीवन में नई रोशनी ला सकता है।
बीरबल वर्मा ने बताया कि किसी भी उम्र का व्यक्ति चाहे उसे नजर का चश्मा लगा हो, आंखों का ऑपरेशन हुआ हो या वह किसी दैहिक रोग से पीड़ित हो, सभी अपनी आंखें दान कर सकते हैं। इसमें कोई खर्चा नहीं आता और यह एक पूर्णतः निशुल्क सेवा है।