उपायुक्त सिरमौर प्रियंका वर्मा ने नाहन से नशा मुक्त भारत अभियान रैली को किया रवाना

उपायुक्त सिरमौर प्रियंका वर्मा ने आज नाहन चौगान में नशा मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत लोगों को नशे से दूर रहने व इसके रोकथाम के लिए आयोजित की गई जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रैली में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के छात्र व छात्राओं ने भाग लिया, जिनमें राजकीय महाविद्यालय नाहन, आईटीआई नाहन, हिमालयन कॉलेज काला अंब, राजकीय छात्र व कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नाहन, एनसीसी तथा स्काउट एंड गाइड शामिल रहे। रैली नाहन चौगान से आरंभ होकर दिल्लीगेट, हिन्दुआश्रम, बड़ाचौक, गुन्नुघाट, मॉल रोड होते हुए वापिस चौगान पहुंची।

इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि सिरमौर जिले में 1 अगस्त से 31 अगस्त तक नशा मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत विभिन्न गतिविधियों द्वारा लोगों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है, जिससे न केवल व्यक्ति बल्कि पूरा परिवार और समाज प्रभावित होता है। उपायुक्त ने जिला वासियों से “Say No To Drugs” का संकल्प लेने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि नशा एक चुनौती है, जिसकी चपेट में युवा वर्ग तेजी से आ रहा है। जिला प्रशासन इस प्रकार की रैलियों और कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को नशे से दूर रखने का प्रयास कर रहा है। नशे की गिरफ्त में आए लोगों को नई दिशा केंद्रों, स्वयंसेवी संस्थाओं और स्वास्थ्य विभाग की मदद से बाहर निकाला जा रहा है। उपायुक्त ने कहा कि नशे की रोकथाम में जागरूकता सबसे सशक्त हथियार है और नशा मुक्त समाज के लिए सहयोग व संवेदनशीलता आवश्यक है।

पुलिस अधीक्षक निश्चिंत सिंह नेगी ने युवाओं से अपील की कि नशे की आदत को छुपाएं नहीं, बल्कि तुरंत इससे बाहर निकलने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि नशे के कारोबार से जुड़े किसी भी व्यक्ति की जानकारी टोल फ्री नंबर 1933 पर साझा करें, जानकारी पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। इस अवसर पर युवाओं को नशा न करने की शपथ भी दिलाई गई।

उच्च शिक्षा निदेशक हिमेंद्र चंद बाली ने भी युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे जागरूक किया। कार्यक्रम के दौरान हिमालयन कॉलेज काला अंब के छात्रों ने नशे के विरुद्ध नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर रोकथाम और दुष्प्रभावों के बारे जानकारी दी।

इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एलआर वर्मा, सहायक आयुक्त विवेक शर्मा, विभिन्न शिक्षण संस्थानों के प्रधानाचार्य, अध्यापक, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

उपायुक्त सिरमौर प्रियंका वर्मा ने आज नाहन चौगान में नशा मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत लोगों को नशे से दूर रहने व इसके रोकथाम के लिए आयोजित की गई जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रैली में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के छात्र व छात्राओं ने भाग लिया, जिनमें राजकीय महाविद्यालय नाहन, आईटीआई नाहन, हिमालयन कॉलेज काला अंब, राजकीय छात्र व कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नाहन, एनसीसी तथा स्काउट एंड गाइड शामिल रहे। रैली नाहन चौगान से आरंभ होकर दिल्लीगेट, हिन्दुआश्रम, बड़ाचौक, गुन्नुघाट, मॉल रोड होते हुए वापिस चौगान पहुंची।

इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि सिरमौर जिले में 1 अगस्त से 31 अगस्त तक नशा मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत विभिन्न गतिविधियों द्वारा लोगों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है, जिससे न केवल व्यक्ति बल्कि पूरा परिवार और समाज प्रभावित होता है। उपायुक्त ने जिला वासियों से “Say No To Drugs” का संकल्प लेने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि नशा एक चुनौती है, जिसकी चपेट में युवा वर्ग तेजी से आ रहा है। जिला प्रशासन इस प्रकार की रैलियों और कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को नशे से दूर रखने का प्रयास कर रहा है। नशे की गिरफ्त में आए लोगों को नई दिशा केंद्रों, स्वयंसेवी संस्थाओं और स्वास्थ्य विभाग की मदद से बाहर निकाला जा रहा है। उपायुक्त ने कहा कि नशे की रोकथाम में जागरूकता सबसे सशक्त हथियार है और नशा मुक्त समाज के लिए सहयोग व संवेदनशीलता आवश्यक है।

पुलिस अधीक्षक निश्चिंत सिंह नेगी ने युवाओं से अपील की कि नशे की आदत को छुपाएं नहीं, बल्कि तुरंत इससे बाहर निकलने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि नशे के कारोबार से जुड़े किसी भी व्यक्ति की जानकारी टोल फ्री नंबर 1933 पर साझा करें, जानकारी पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। इस अवसर पर युवाओं को नशा न करने की शपथ भी दिलाई गई।

उच्च शिक्षा निदेशक हिमेंद्र चंद बाली ने भी युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे जागरूक किया। कार्यक्रम के दौरान हिमालयन कॉलेज काला अंब के छात्रों ने नशे के विरुद्ध नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर रोकथाम और दुष्प्रभावों के बारे जानकारी दी।

इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एलआर वर्मा, सहायक आयुक्त विवेक शर्मा, विभिन्न शिक्षण संस्थानों के प्रधानाचार्य, अध्यापक, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।