विकास खंड गगरेट के अंतर्गत कार्यरत राज मिस्त्रियों के लिए भूकंपरोधी भवन निर्माण तकनीक पर 6 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह शिविर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, ऊना के सौजन्य से आयोजित किया गया, जिसमें 35 राज मिस्त्रियों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण का उद्देश्य और विषयवस्तु
खंड विकास अधिकारी गगरेट सुरेंद्र जेटली ने बताया कि यह प्रशिक्षण गगरेट क्षेत्र की चयनित ग्राम पंचायतों के राज मिस्त्रियों को दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को —
-
भूकंपरोधी निर्माण की नवीनतम तकनीक
-
भवनों में आवश्यक स्ट्रक्चरल सेफ्टी उपाय
-
सामग्री चयन और नींव की मजबूती
-
कॉलम व बीम की डिज़ाइन
-
निर्माण के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां
के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
आपदा प्रबंधन में महत्वपूर्ण पहल
सुरेंद्र जेटली ने कहा कि यह पहल ग्रामीण स्तर पर भूकंप से बचाव और निर्माण गुणवत्ता में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण है। इससे न केवल बेहतर और सुरक्षित भवन निर्माण को बढ़ावा मिलेगा बल्कि आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी।
समापन और सम्मान
प्रशिक्षण शिविर के समापन पर प्रशिक्षकों और राज मिस्त्रियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर पंचायत प्रतिनिधि, संबंधित विभागों के अधिकारी और ग्रामीण भी मौजूद रहे।
विकास खंड गगरेट के अंतर्गत कार्यरत राज मिस्त्रियों के लिए भूकंपरोधी भवन निर्माण तकनीक पर 6 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह शिविर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, ऊना के सौजन्य से आयोजित किया गया, जिसमें 35 राज मिस्त्रियों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण का उद्देश्य और विषयवस्तु
खंड विकास अधिकारी गगरेट सुरेंद्र जेटली ने बताया कि यह प्रशिक्षण गगरेट क्षेत्र की चयनित ग्राम पंचायतों के राज मिस्त्रियों को दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को —
-
भूकंपरोधी निर्माण की नवीनतम तकनीक
-
भवनों में आवश्यक स्ट्रक्चरल सेफ्टी उपाय
-
सामग्री चयन और नींव की मजबूती
-
कॉलम व बीम की डिज़ाइन
-
निर्माण के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां
के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
आपदा प्रबंधन में महत्वपूर्ण पहल
सुरेंद्र जेटली ने कहा कि यह पहल ग्रामीण स्तर पर भूकंप से बचाव और निर्माण गुणवत्ता में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण है। इससे न केवल बेहतर और सुरक्षित भवन निर्माण को बढ़ावा मिलेगा बल्कि आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी।
समापन और सम्मान
प्रशिक्षण शिविर के समापन पर प्रशिक्षकों और राज मिस्त्रियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर पंचायत प्रतिनिधि, संबंधित विभागों के अधिकारी और ग्रामीण भी मौजूद रहे।