इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, जिला शाखा बिलासपुर द्वारा एनएसीजी ईवीएसी इंडिया, चेतना एनजीओ और मातृ सुधा संस्था के सहयोग से “बाल अधिकारों की सुरक्षा एवं हिंसा की रोकथाम” विषय पर एक परामर्श बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक जिला भाषा अधिकारी कार्यालय, बिलासपुर में आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा नरेश चंदेल ने की। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी हरीश मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश स्टेट चैप्टर का संयोजन दायित्व मानव सेवा ट्रस्ट के फाउंडर प्रकाश बंसल को सौंपा गया।
बाल संरक्षण, साइबर सुरक्षा और संवेदनशीलता पर विस्तृत चर्चा
बैठक में बाल श्रम, स्कूल ड्रॉपआउट, ऑनलाइन सुरक्षा, लैंगिक संवेदनशीलता और बच्चों के प्रति हिंसा की रोकथाम जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी हरीश मिश्रा ने कहा कि बाल संरक्षण तंत्र को और मजबूत बनाने की आवश्यकता है। दिल्ली स्थित चेतना संस्था के निदेशक संजय गुप्ता ने बाल अधिकारों को लेकर जागरूकता बढ़ाने के सुझाव साझा किए। वहीं, मातृ सुधा संस्था से अरविंद ने “साइबर चक्रव्यूह” पर चर्चा करते हुए बच्चों के प्रति बढ़ते साइबर अपराधों पर ध्यान केंद्रित किया।
जिला स्तर पर संस्थागत सहयोग और प्रशिक्षण का निर्णय
एनएसीजी ईवीएसी इंडिया ने बच्चों के प्रति हिंसा रोकथाम के लिए एक्शन प्लान के अनुरूप संस्थागत सहयोग को सुदृढ़ करने पर बल दिया। बैठक में “जिला बाल अधिकार कार्य समूह” के गठन, शिक्षकों एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण और बाल अधिकार जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
बाल संरक्षण में सक्रिय संस्थाओं का सम्मान
बैठक में 15 स्वयंसेवी संस्थाओं और सरकारी विभागों के प्रतिनिधियों सहित कुल 40 सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम में बाल संरक्षण के क्षेत्र में योगदान देने वाले निम्नलिखित प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया —
अमित कुमार (सचिव रेड क्रॉस), सत्य चंदेल (जिला बाल सुरक्षा अधिकारी), अरुण गौतम और सुशील पुंडीर (चेतना संस्था), सविता ठाकुर (नया सवेरा), रविंदर कुमार (चाइल्डलाइन), प्यारे लाल जनेऊ (सत्य साईं सेवा संगठन), योगेंद्र मलिक (आशा किरण), रचना मेहता और सुषमा शर्मा (आर्ट ऑफ लिविंग)। बैठक का समापन बच्चों की सुरक्षा, शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता के संकल्प के साथ किया गया।
 
					