बिलासपुर 15 जुलाई 2023-जिला मुख्यालय के बचत भवन में आज शिकायत निवारण समिति के अध्यक्ष विधायक राजेश धर्मानी की अध्यक्षता में पिछले कई दिनों से जारी भारी बारिश के कारण हुये नुकसान के दृष्टिगत राहत एवं पुनर्वास कार्यों की समीक्षा बैठक की गई गई। बैठक में जिला की चारों विधानसभा क्षेत्रों की प्रभावित सड़कों, पेयजल, बिजली आदि जन सेवाओं की समीक्षा हुई।
राजेश धर्मानी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस भारी बारिश के कारण जिला में लगभग 100 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है और अब तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार नुकसान का आकलन 70 करोड़ के पार हो गया है। राजेश धर्मानी ने अधिकारियों को 72 घंटों के भीतर लोगों को मुआवजा राशि जारी करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशों पर पीड़ित लोगों को मुआवजा देने के लिए राहत नियमावली में बदलाव करने की बात कही है जिसके अंतर्गत पशुशाला और डगे लगाने के लिए 1 लाख की राशि देने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने जल शक्ति, लोक निर्माण और बिजली विभाग को आदेश दिए हैं जिला में भारी बारिश के कारण हुये नुकसान को देखते हुए राहत और पुनर्वास के कार्यों में किसी भी तरह की कमी नहीं आने दी जाये। उन्होंने सभी जरूरी जन सुविधाओं को कार्यशील बनाने रखने के हर संभव प्रयास करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिला में बंदी पड़ी सड़कों, पेयजल योजनाओं और बिजली आपूर्ति को शीघ्र अति शीघ्र बहाल किया जाये। उन्होंने सभी उपमंडल अधिकारियों को बारिश से प्रभावित लोग जीने अन्य स्थानों पर ठहराया गया है उन लोगों के लिए भोजन व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि जिला में अभी तक 8 लिंक रोड़ जिसमे घ्याल-डाबर, दयोथ-लागघाट-जामली, स्वाहण-बैहल-लखाला,कोटलू ब्राहमणा रोड़, लढ़याणी बरोटा वाया लेहरी सरेल रोड़, भूखर डमेहरा,बड़गांव-री रंडोह तथा झंण्डूता भड़ोलीकलां रोड़ बंद थे जिसमें से लोक निमार्ण विभाग द्वारा 3 लिंक रोड़ को आज खोलने की सम्भावना है, तथा 1 लिंक रोड़ को कल खोलने व 4 लिंक रोड़ को 16 जुलाई 2023 के बाद खोलने की सम्भावना जताई है।
उन्होंने बताया कि जल शक्ति विभाग को जिला में लगभग 33 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है जिसमें विभाग के 259 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई है उन्होंने बताया कि जल शक्ति विभाग द्वारा एक पेयजल योजना को छोड़ बाकी सभी योजनाओं को सुचारू किया है उन्होंने विभाग को निर्देश दिए कि इस पेयजल योजना के अंतर्गत आने वाले पंचायतों के लिए वैकल्पिक इंतजाम किए जाएं।
उन्होंने जिला की शहरी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण विभिन्न गलियों, सड़कों, घरों आदि में जल भराव के कारण आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए नगर परिषद के अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को 108 एंबुलेंस सेवाओं को मुस्तैदी से जारी रखने के लिए कहा ताकि इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवाओं सेवाओं को हर हाल में बरकरार रखा जा सके।
उन्होंने बताया कि जिला में विद्युत विभाग को लगभग 32 करोड़ का नुकसान हुआ है जिसमें 128 पोल और 41 डीटीआर प्रभावित हुए जिन्हें विभाग द्वारा अब ठीक किया गया है और विद्युत सेवा को सुचारू किया गया।
उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पंचायत स्तर पर परम्परागत पेयजल स्रोतों की कालोरीनेशन तथा साफ सफाई अभियान को शीघ्र आरम्भ किया जाये।
उन्होंने कहा कि बरसात के दृष्टिगत जल जनित रोगों की संभावनायें बढ़ जाती हैं इस लिए स्वास्थ्य विभाग प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित बनायें।
उन्होंने लोक निर्माण, जल शक्ति और बिजली विभाग के अधिकारियों से आग्रह किया कि सभी जन सुविधाओं को कार्यशील बनाया जाये ताकि आम जन की दिक्कतों को दूर किया जा सके। उन्होंने पंचायतों से भी स्थानीय समस्याओं का निदान करने के लिए सहयोग की अपील की।
बैठक में उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने सभी उपमंडल अधिकारियों व जिला स्तरीय अधिकारियों को
समय पर सभी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए ताकि प्रभावित लोगों को समय पर मुआवजा उपलब्ध करवाया जा सके। उपायुक्त ने कहा कि आपदा के समय में किसी भी अधिकारी की कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन भी क्षेत्रों में किसी के मकान के आगे डंगा गिरने और सड़क अथवा घर गिरने की संभावनाएं हैं वहां पर आवश्यक कदम उठाएं। उन्होंने उपमंडल अधिकारियों को सभी पंचायतों के पटवारियों को समय पर नुकसान के आकलन का रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
बैठक में अधिक उपायुक्त बिलासपुर डॉ निधि पटेल सभी उपमंडल अधिकारी और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।