हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज जिला किन्नौर का दौरा किया और जिला में चलाए जा रहे राहत एवं बचाव अभियान के साथ-साथ आपदा की स्थिति का जायजा लिया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उपतहसील टापरी के चोलिंग में सेना के राहत शिविर का भी दौरा किया और सांगला से बचाए गए लोगों का कुशलक्षेम पूछा। उन्होंने सांगला घाटी से 118 पर्यटकों को सफलतापूर्वक बचाने के लिए जिला प्रशासन और भारतीय सेना के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने जिला प्रशासन को प्रभावित परिवारों के लिए राहत सामग्री का प्रावधान सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने लाहौल स्पीति जिला के चंद्रताल में फंसे पर्यटकों के बचाव अभियान को चलाने में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि दोनों के कड़े प्रयासों से बचाव अभियान में तेजी आई है।
इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने क्षेत्र में आपदा की स्थिति का जायजा लेने के लिए सांगला घाटी का दौरा किया।
सांगला घाटी से वापस जाते समय, मुख्यमंत्री ने सांगला से सात और अन्य लोगों को बचाया तथा एयरलिफ्ट किया, जिन्हें शिमला पहुंचाया गया।
उन्होंने कहा कि प्रभावितों को तुरंत 1-1 लाख रुपये की राहत राशि दी जाएगी तथा जिन लोगों की जमीन व घर नालों के साथ बने थे उन्हें तबादले में सरकारी भूमि आबंटित करने का विकल्प दिया जाएगा। उन्होंने टोंग-टोंगचे में कंक्रीट की दीवार बनाने के भी निर्देश दिए ताकि भविष्य में कोई नुकसान न हो।
इस दौरान मुख्यमंत्री को उपायुक्त किन्नौर तोरूल रवीश ने जिले में आपदा की वर्तमान स्थिति और आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और बहाली की स्थिति से अवगत करवाया।