एच-3 एन-2 फ्लू के खतरे को देखते हुए शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय हमीरपुर में एक कार्यशाला आयोजित की गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आरके अग्निहोत्री की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यशाला में जिला के सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों, मेडिकल ऑफिसर और सीएचओ को ट्रेनिंग दी गई।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कोरोना महामारी के बाद एक नए वायरस को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि देश में लगातार एच 3 एन 2 फ्लू के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। इसलिए सबको सतर्क रहने की आवश्यकता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी बीएमओ और डॉक्टरों को अपने-अपने क्षेत्रों में कोविड की सैंपलिंग बढ़ाने तथा फ्लू के सभी मामलों की निगरानी के निर्देश दिए।
डॉ आरके अग्निहोत्री ने बताया कि एच3एन2 एक ऐसा इन्फ्लूएंजा वायरस है जो आमतौर पर सूअरों से मनुष्यों में फैलता है। इसके लक्षण मौसमी फ्लू वायरस के समान होते हैं। इसमें बुखार, खांसी एवं बलगम समेत श्वसन संबंधी समस्या के लक्षण दिखाई देते हैं। इसके अलावा कुछ मरीजों को शरीर में दर्द, उल्टी या दस्त सहित अन्य समस्याएं भी होती हैं। इनफ्लूएंजा वायरस भी एक दूसरे से फैलता है। यह भी कोरोना की तरह ही एक संक्रामक बीमारी है। उन्होंने बताया कि लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचना चाहिए। साथ ही एक-दूसरे से उचित दूरी बनाकर रखनी चाहिए, मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए और हाथों की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस संबंध में सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और आशा वर्कर्स को प्रशिक्षित करने के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर डॉ अरविंद कौंडल, डॉ आदर्श, डॉ मोहित, डॉ सुरिंदर डोगरा, डॉ
प्रियंका, डॉ रितु और अन्य चिकित्सा अधिकारी भी उपस्थित रहे।