बारिश से सिर्फ आम लोग ही परेशान नहीं है, वहीं अन्नदाता किसान भी बारिश की मार से बेहाल हैं। इसका असर देश में सब्जियों की कीमतों पर पड़ रहा है। बरसात से जहां खेतों में खड़ी फसल बरबाद हो रही है, वहीं सप्लाई चेन टूटने से गांव से फसल को शहरों के बाजार तक ले जाना मुश्किल हो रहा है।
उत्तर भारत में बरसी महंगाई की आफत- मौसम की इस मार की वजह से सब्जियों को बुखार आने लगा है। टमाटर पहले से ही लाल था, वहीं अब उत्तर भारत में भारी बारिश के चलते अन्य सब्जियों की कीमतें भी 100 रुपये के पास पहुंच रही हैं। जमीन के नीचे उगाई जाने वाली प्याज और अदरक जैसी सब्जियां भी खराब मौसम की चपेट में आ गई हैं। हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान समेत देश के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश हुई है। इससे कई फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका है।
200 के पार पहुंचा टमाटर-दिल्ली समेत देश के कुछ हिस्सों में टमाटर की खुदरा कीमतें 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। कारोबारियों ने कहा कि उत्पादक क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण जलभराव हो जाने से टमाटर की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, टमाटर की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत सोमवार को 104.38 प्रति किलोग्राम थी। इसकी अधिकतम कीमत राजस्थान के सवाई माधोपुर में 200 रुपये प्रति किलोग्राम रही जबकि न्यूनतम कीमत चूरू में 31 रुपये प्रति किलोग्राम थी। इन आंकड़ों से पता चलता है कि महानगरों में टमाटर की खुदरा कीमत कोलकाता में सर्वाधिक 149 रुपये प्रति किलोग्राम रही। इसके बाद मुंबई में 135 रुपये प्रति किलोग्राम, चेन्नई में 123 रुपये प्रति किलोग्राम और दिल्ली में 100 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर टमाटर बिका। टमाटर और अन्य सब्जियों की खुदरा कीमतें उनकी गुणवत्ता और उनके विक्रय स्थान पर निर्भर करती हैं।