सिरमौर में भारी बारिश से हुआ जनजीवन अस्त व्यस्त , नदियों का बढ़ा जलस्तर

दो दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। आलम यह है कि प्रदेश सहित जिला सिरमौर में भी नदी नाले उफान पर है। खासकर यदि यमुना , गिरी ,  टोंस और मारकंडा नदियों की बात करते हैं तो इन नदियों का जलस्तर अत्यधिक बढ़ गया है , जिसके चलते मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से जिला सिरमौर की करीब दो दर्जन से अधिक सड़कें यातायात के लिए बंद पड़ी है। जिला के गिरिपार इलाके की करीब 100 से अधिक पंचायतें 24 घंटे में से अंधेरे में है। बिजली न होने के कारण जहां पेयजल व्यवस्था चरमरा गई है , वही इन इलाकों में लोगों को मोबाइल चार्ज करने भी मुश्किल हो रहे हैं। जानकारी के मुताबिक 48 घंटे से हो रही भारी बारिश के चलते यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है जिसके चलते हथनी कुंड बैराज के फ्लड गेट खोल दिए गए हैं। वहीं गिरी नदी का जलस्तर बढ़ने से रेणुका जी स्थित जटोन डेम फ्लड गेट खोल दिए हैं जिसके कारण नीचे वाले इलाके में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। वहीं जिला सिरमौर की टोंस और मारकंडा नदी भी उफान पर है। भारी बारिश के कारण जहां कई लोगों के आशियाने जमींदोज हो गए हैं।

वहीं किसानों की फसल भी पानी की भेंट चढ़ गई है। भारी बारिश के कारण ग्रामीण इलाकों में जनजीवन ठहर सा गया है। संपर्क मार्ग बंद होने से यातायात सुविधा चरमरा गई है। यही नहीं लगातार हो रही बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन हो गया है , जिससे कई लोगों के आशियाने ढह गए हैं। भले ही जिला सिरमौर भूस्खलन और बाढ़ की चपेट में कोई भी व्यक्ति नहीं आया है , लेकिन जिला प्रशासन द्वारा बाकायदा एडवाइजरी जारी कर दी गई है कि पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही बारिश के कारण लोग घरों से बाहर ना निकले।

डीसी सिरमौर सुमित खिमटा द्वारा मौसम विभाग के रेड अलर्ट के बाद  जिला सिरमौर के स्कूल , कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थानों में 10 और 11 जुलाई को अवकाश घोषित कर दिया है। वहीं उन्होंने लोगों से अपील की है कि यदि कोई भी प्राकृतिक आपदा हो तो जिला प्रशासन से मदद के लिए 1077  हेल्पलाइन पर कभी भी कॉल की जा सकती है।

Author: admin

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