अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिमला महानगर इकाई ने अपना 75वां स्थापना दिवस कालीबाड़ी सभागार में बड़े हर्सोल्लास से मनाया। इस अवसर संगोष्ठी एव सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के अधिवक्ता वीरबहादुर वर्मा ने बतौर मुख्यतिथि शिरकत की एवं शिमला विभाग संगठन मंत्री अश्वनी ठाकुर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिमला महानगर इकाई द्वारा अभाविप के 75वें स्थापना दिवस के अवसर पर कालीबाड़ी मंदिर के सभागार में “आविर्भाव” कार्यक्रम का आयोजन किया। इस उपलक्ष्य पर अधिवक्ता वीरबहादुर वर्मा मुख्य अतिथि एवं अश्वनी ठाकुर बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। कार्यक्रम की शुरुआत महानगर अध्यक्ष महेश्वर सिंह ठाकुर ने स्वागत भाषण के साथ की उन्होंने कहा कि यह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 75वां स्थापना दिवस है तथा इस वर्ष को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपना अमृत वर्ष के रूप मना रही है। इस कार्यक्रम में उन्होंने शिमला महानगर से आए हुए समस्त कार्यकर्ताओं का एवं सभी वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया। तत्पश्चात विशिष्ट अतिथि अश्वनी ठाकुर ने अपने वक्तव्य देते हुए कहा कि अब अभी पर वर्ष 2023 में अपना 75वां वर्ष अर्थात अमृत वर्ष मना रही है और यह 75 वर्ष की यात्रा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विराट स्वरूप में पूरे देश के सामने प्रस्तुत हुई है।
आज देशभर के प्रत्येक शिक्षण संस्थानों के साथ समाज के क्षेत्र में विद्यार्थी परिषद सक्रिय है। वह अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए विद्यार्थियों की देश और समाज में आने वाली प्रत्येक समस्या का समाधान करते हुए नित नए आयाम स्थापित कर रही है, और इसके साथ साथ विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश में 1 लाख से अधिक सदस्यों के साथ हिमाचल का भी सबसे बड़ा छात्र संगठन बनी है।
मुख्य अतिथि अधिवक्ता हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय शिमला वीर बहादुर वर्मा जीने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अपने पुराने दिनों को याद करते हुए अपनी समस्या सभी कार्यकर्ताओं के साथ साझा की और विद्यार्थी परिषद 75 वें स्थापना दिवस पर समस्त प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं प्रेषित करें। इसके बाद कार्यक्रम में कुछ सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी रही जिसमें विशेष रूप शिमला के विभिन्न विद्यालयों से विद्यार्थियों ने भाग लिया और विशेष रूप से इसमें हिमाचली नाटी, एकल नृत्य ,भाषण, कविता आदिक प्रस्तुतियां प्रस्तुत की।