कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक सतवंत अटवाल त्रिवेदी ने इस अवसर पर कहा कि जनसंख्या के हिसाब से पंजाब के बाद हिमाचल नशे के प्रचलन में दूसरे स्थान पर आ गया है, जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि इस गंभीरता को ध्यान में रखकर ही प्रदेश पुलिस ने ‘प्रधाव’ नाम से एक अभियान की शुरूआत की है। इस के तहत, 160 स्कूलों के करीब 16,000 विद्यार्थियों से ऑनलाइन चर्चा की गई। इसी के तहत इस वर्ष मार्च माह में राज्यपाल द्वारा ऑनलाइन प्रतिस्पर्धा का आयोजन भी किया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग विद्यार्थियों में नशा छुड़ाने और पर्यावरण बचने की मुहिम पर कार्य कर रही है। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे नशे के खिलाफ योद्धा बने और प्रहरी बनकर कार्य करें।
इस अवसर पर, उपमुख्यमंत्री के बेटी कुमारी आस्था अग्निहोत्री ने भी नशे के खिलाफ इस अभियान पर अपने विचार व्यक्त किये।
इससे पूर्व, ऊना के उपयुक्त राघव शर्मा ने जिला में नशे के खिलाफ किये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों की भी जानकारी दी।
इस अवसर पर, नशे की थीम पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया, जिसके तहत मास्टर सलीम और कंवर ग्रेवाल कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी।