उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए कहा कि राज्यपाल के आह्वान पर उन्होंने हरोली से इस महायज्ञ की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ यह एक अंतरराष्ट्रीय लड़ाई है। नशे के अवैध कारोबार में कोई भी व्यक्ति संलिप्त है वह चाहे कितना ही प्रभावशाली क्यों न हो हमारा दुश्मन है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई राजनीतिक दलों की नहीं बल्कि भावी पीढ़ी के भविष्य की सुरक्षा की है। इसके लिए हर व्यक्ति को घर-घर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।
अग्निहोत्री ने कहा कि नशे से जुड़े कानूनों में बदलाव लाने की आवश्यकता है। इसमेें जमानत का प्रावधान नहीं होना चाहिए तथा ऐसे अवैध धंधे में संलिप्त व्यक्तियों की संपत्ति जब्त होनी चाहिए। इसके लिए केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में विधानसभा के माध्यम से केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने कहा कि सिंथैटिक नशा आज बहुत बड़ी चुनौती बन गया है, जो दूर-दराज के गांवों तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश से लगती सीमाओं की नशे की तस्करी रोकने के लिए हर स्तर पर कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तियों को संरक्षण देने वालों का भी जनता को समाज के सामने लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नशे के अवैध धंधे में लगे लोगों का सार्वजनिक बहिष्कार किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हरोली से आरम्भ किए गए इस महा अभियान को और प्रभावी बनाया जाएगा। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे विकास के मामले में उनसे हर अपेक्षा रख सकते हैं लेकिन नशे के मामले में पकड़े जाने पर कोई सहयोग नहीं दिया जाएगा।