राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जिंदल सिविल अस्पताल शोल्टू में चार दिवसीय बहु-उद्देशीय स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ किया।
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश सरकार गरीब व जरूरतमंद लोगों की सरकार है। इसी के दृष्टिगत जनजातीय जिला किन्नौर के लोगों को उनके घर-द्वार के निकट बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए इस चार दिवसीय बहु-उद्देशीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसमें इंदिरा गांधी मेडिकल काॅलेज शिमला व सुपर स्पेशलिटी हस्पताल शिमला से विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जिला के लोगों का निःशुल्क उपचार किया जा रहा है।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग किन्नौर, जे.एस.डब्ल्यू व अभ्युदय परिवर को इस शिविर के सफल रूप से आयोजन करने के लिए बधाई देते हुए कहा कि किन्नौर जिला के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं जमीनी स्तर पर उपलब्ध करवाने के लिए सभी का एक साथ मिलकर कार्य करना आवश्यक है। उन्होंने भविष्य में भी इस प्रकार के स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने के लिए कहा।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार जनजातीय जिला के लोगों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाने के प्रति वचनबद्ध है। इसी के अंतर्गत किन्नौर जिला के लोगों को चिकित्सा संबंधी सभी सुविधा उनके घर-द्वार के निकट उपलब्ध करवाने की दिशा में यह प्रदेश सरकार की पहल है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा अपने पहले ही बजट भाषण में राज्य के प्रत्येक विधानसभा के एक स्वास्थ्य संगंठन को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में उचित मूल्य पर गुणवत्ता पूर्ण दवाईंया, मशीन व उपकरण की खरीद के लिए हिमाचल प्रदेश चिकित्सा सेवा निगम की स्थापना जैसे जन-हित निर्णय लिए गए हैं।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी किन्नौर डाॅ. सोनम नेगी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि जेएसडब्ल्यू, हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग एवं अबुदय परिवार के संयुक्त तत्वाधान में इस शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 27 से 30 जून, 2023 तक इस शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शिविर के प्रथम दिन जिला के लगभग 1300 लोगों ने निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया।
इस दौरान जेएसडबल्यू परियोजना प्रमुख कौशिक मौलिक, सी.एस. आर प्रमुख दीपक डेविड सहित शिमला से आए विशेषज्ञ चिकित्सक व क्षेत्रीय अस्पताल रिकांग पिओ के अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।