जिला के पांचों विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण एवं पुनरीक्षण, मतदान केंद्रों के युक्तिकरण और अन्य प्रक्रियाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान करने के लिए सोमवार को यहां हमीर भवन में संबंधित अधिकारियों के लिए एक कार्यशाला आयोजित की गई। एडीसी जितेंद्र सांजटा ने दीप प्रज्जवलन के साथ इस कार्यशाला का शुभारंभ किया। कार्यशाला में पांचों विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों और निर्वाचन विभाग के कर्मचारियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर अधिकारियों को संबोधित करते हुए एडीसी जितेंद्र सांजटा ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने फोटोयुक्त मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण एवं पुनरीक्षण के लिए नियमित प्रक्रिया निर्धारित की है। साल भर निर्धारित अंतराल के बाद यह प्रक्रिया नियमित रूप से पूरी की जाती है। सभी बूथ लेवल तक के अधिकारियों की इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए, ताकि वे त्रुटिरहित मतदाता सूचियां तैयार कर सकें।
कार्यशाला के दौरान निर्वाचन विभाग के तहसीलदार उपेंद्रनाथ शुक्ला ने फोटोयुक्त मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण, पात्र लोगों के नाम मतदाता सूचियों में शामिल करने तथा अपात्र लोगों के नाम हटाने, बूथ लेबल अधिकारियों के माध्यम से घर- घर जाकर फोटोयुक्त मतदाता सूचियों के सत्यापन, मतदान केंद्रों के युक्तिकरण और मतदाता सूचियों के विशेष पुनरीक्षण-2024 के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
जिला निर्वाचन कार्यालय के कंप्यूटर प्र्रोग्रामर निखिल भारद्वाज ने ऐरो-नेट की प्रक्रिया से अवगत करवाया। हिमाचल प्रदेश के उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजेश डोगरा ने कार्यशाला में उपस्थित समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों का धन्यावाद किया।