हिमाचल प्रदेश स्थित सिरमौर की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार में शिरगुल मंदिर के कपाट 14 अप्रैल को खुलेंगे। उसी दिन से पवित्र स्थल चूड़धार धाम की यात्रा भी शुरू होगी। वंही चूड़ेश्वर सेवा समिति मई से चूड़धार में लंगर सेवा शुरू करेगी। 1 मई से ही वहां ‘अपनी सराय’ में श्रद्धालुओं के लिए ठहरने की व्यवस्था शुरू हो जाएगी। भारी बर्फबारी के चलते प्रशासन ने 15 दिसंबर को चूड़धार यात्रा पर रोक लगाई थी।
इस बार चूड़धार में 10 से 12 फीट बर्फ गिरी है। कम बर्फ गिरने के कारण इस बार 14 अप्रैल से पहले ही चूड़धार में बर्फ के पिघलने की संभावनाएं हैं। इसलिए प्रशासन ने इस मर्तबा 15 दिन पहले ही यात्रा शुरू करने का निर्णय लिया है। एसडीएम चौपाल चेत सिंह ने बताया कि चूड़धार स्थित शिरगुल मंदिर के कपाट अप्रैल माह में खोल दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि बर्फबारी के कारण अभी चूड़धार के सभी रास्ते बंद हैं। इन दिनों चूड़धार में न तो खाने पीने की व्यवस्था है और न ठहरने की सुविधा है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह 14 अप्रैल तक चूड़धार ना आएं।
बता दें की शनिवार सुबह करीब 11:00 बजे के बाद चूड़धार में फिर हल्का हिमपात हुआ। वहीं चोटी के निचले इलाके हरिपुरधार और नौहराधार में बारिश हुई है जिससे क्षेत्र में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है।