आम लोगों को सहकारी सभाएं भी प्रदान करेंगी डिजिटल सेवाएं

सहकारिता को ग्रामीण विकास की रीढ़ बनाने के लिए संकल्पबद्ध सहकारिता विभाग ने प्रदेश की सहकारी सभाओं को बहुद्देश्यीय सेवा प्रदाता बनाने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। लोकमित्र केंद्रों में उपलब्ध होने वाली लगभग 300 सेवाएं अब प्रदेश की सहकारी सभाओं के माध्यम से भी आम लोगों को मिल सकेंगी। इसके लिए सहकारी सभाओं के लिए प्रशिक्षण शिविर आरंभ किए जाएंगे।
सहायक पंजीयक प्रत्यूष चौहान ने बताया कि 28 मार्च को जिला सहकारी विकास संघ हमीरपुर में प्राथमिक कृषि सहकारी सभाओं के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा रहा है। इस शिविर में लोक मित्र केंद्रों का संचालन करने वाली संस्था सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज़ इंडिया लिमिटेड कंपनी के अधिकारी चुनी हुई सहकारी सभाओं के सचिवों को बहुउद्देश्यीय सेवा केंद्र के संचालन से संबंधित प्रशिक्षण देंगे। सहायक पंजीयक ने बताया कि जिला हमीरपुर में सहकारिता आन्दोलन की मजबूती तथा सहकारी सभाओं के संतोषजनक कामकाज को ध्यान में रखते हुए इस प्रोजेक्ट की शुरुआत यहीं से हो रही है।
प्रत्यूष चौहान ने बताया कि सहकारी सभाओं को राशन वितरण से आगे बढक़र ग्रामीण क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की सेवाओं के प्रदाता के रूप में विकसित करना सहकारिता विभाग के लिए एक चुनौती है। इसको देखते हुए सहकारी सभाओं के लिए यह नया प्रोजेक्ट आरंभ किया जा रहा है।
विभाग की इस पहल से प्राथमिक सभाएं सीएससी योजना के डिजिटल सेवा पोर्टल पर सूचीबद्ध सभी सेवाएं नागरिकों को प्रदान करने में सक्षम होंगी। इन सेवाओं में बैंकिंग, इंश्योरेंस, आधार नामांकन एवं अपडेट, कानूनी सेवाएं, कृषि-इनपुट जैसे कृषि उपकरण, पैन कार्ड और रेल, बस व विमान टिकट संबंधी सेवाएं शामिल हैं। सहायक पंजीयक ने कहा कि सहकारी सभाएं वर्तमान में चल रही पैक्स कंप्यूटरीकरण की केंद्र प्रायोजित परियोजना के तहत विकसित किए जा रहे राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर का उपयोग सामान्य सेवा केंद्रों के लिए भी कर सकेंगी। प्रत्यूष चौहान ने सहकारी सभाओं की प्रबंधन समितिओं से आग्रह किया कि सभी सहकारी सभाएं कंप्यूटरीकरण से संबंधित प्रस्ताव अतिशीघ्र विभाग को प्रेषित करें ताकि सामान्य सेवा केंद्र योजना का लाभ मिल सके।

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