हमीरपुर 15 मार्च। युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत करवाने तथा उन्हें नशे का विरोध करने के लिए प्रेरित करने हेतु शुक्रवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्मारक राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर में एक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सौजन्य से आयोजित इस जागरुकता कार्यक्रम का मुख्य विषय ‘ड्रग डिमांड रिडक्शन’ यानि ‘नशीले पदार्थों की मांग में कमी लाना’ था।
कार्यक्रम के उदघाटन सत्र को संबोधित करते हुए एडीसी मनेश यादव ने कहा कि आज के दौर में नशा एक बहुत बड़ी समस्या बन चुका है और विशेषकर युवा पीढ़ी को इसके जाल से बचाना एक बहुत बड़ी चुनौती है। एडीसी ने कहा कि कई युवा शुरुआती दौर में अपने मित्रों के दबाव में या अन्य कारणों से नशीले पदार्थों का सेवन कर लेते हैं और धीरे-धीरे इसके जाल में फंसते चले जाते हैं। जब इन युवाओं और इनके परिजनों को इस गलती का अहसास होता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। इससे उनका पूरा परिवार बुरी तरह टूट जाता है।
विद्यार्थियों से नशे से दूर रहने की अपील करते हुए एडीसी ने कहा कि उन्हें अपने कॅरियर पर फोकस करना चाहिए। मनेश यादव ने कहा कि युवावस्था में विद्यार्थियों को केवल पढ़ाई का ही नशा होना चाहिए। तभी वे जीवन में सफलता के शिखर पर पहुंच सकते हैं।
इस अवसर पर एएसपी राजेश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्निहोत्री, गुंजन संस्था के विजय कुमार, मनोचिकित्सक शीतल वर्मा और जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण की ओर से अधिवक्ता पीयूष महाजन ने भी नशे की समस्या और इसके निवारण पर कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. प्रमोद पटियाल और जिला कल्याण अधिकारी गीता मरवाहा ने सभी वक्ताओं, शिक्षकों और विद्यार्थियों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। निर्वाचन विभाग के तहसीलदार उपेंद्रनाथ शुक्ला ने मतदाता पंजीकरण एवं मतदान के महत्व के बारे में बताया।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों के लिए भाषण, चित्रकला, नारा लेखन और निबंध लेखन प्रतियोगिता भी आयोजित की गई तथा विद्यार्थियों ने लघु नाटक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।