हमीरपुर 17 जुलाई। जल शक्ति विभाग के हमीरपुर जोन के अंतर्गत आने वाले जिला हमीरपुर, जिला बिलासपुर, जिला ऊना और मंडी जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों धर्मपुर, सरकाघाट तथा जोगिंद्रनगर में बीते दिनों भारी बारिश एवं बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई कुल 498 पेयजल योजनाओं को बहाल कर दिया गया है।
मुख्य अभियंता वीके ढटवालिया ने बताया कि हमीरपुर जोन के अंतर्गत कुल 1086 पेयजल योजनाएं संचालित की जा रही हैं। बीते दिनों भारी बारिश एवं बाढ़ के कारण इन पेयजल योजनाओं में से 498 योजनाओं को काफी क्षति पहुंची थी तथा जल शक्ति विभाग को लगभग 184 करोड़ रुपये के नुक्सान का आकलन किया गया है। मुख्य अभियंता ने बताया कि क्षतिग्रस्त 498 पेयजल योजनाओं में से 490 को पूरी तरह बहाल कर दिया गया है। 8 अन्य योजनाओं के जलस्रोत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, लेकिन इन्हें भी वैकल्पिक जलस्रोतों से जोडक़र अस्थायी रूप से पेयजल आपूर्ति शुरू कर दी गई है।
मुख्य अभियंता ने बताया कि नदियों और खड्डों के किनारे बनाए गए विभिन्न पेयजल योजनाओं के परकोलेशन वैल्स, इन फिलटरेशन गैलरियों, पंप हाउसों, पंपिंग मशीनरी, वाटर ट्रीटमैंट प्लांट्स और पाइपलाइन के नेटवर्क को विशेष रूप से भारी नुक्सान हुआ है। कई योजनाओं के पावर सप्लाई सिस्टम भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
वीके ढटवालिया ने बताया कि उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री, जिनके पास जल शक्ति विभाग की जिम्मेदारी भी है, के दिशा-निर्देशों एवं मार्गदर्शन के अनुसार हमीरपुर जोन के अंर्तगत चारों वृत कार्यालयों और 13 मंडल कार्यालयों के फील्ड अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने तत्परता के साथ कार्य करते हुए विकट परिस्थितियों में भी सभी पेयजल योजनाओं को बहाल करने में कामयाबी हासिल की है।
मुख्य अभियंता ने बताया कि पेयजल आपूर्ति बहाल करने के साथ-साथ विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी पेयजल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने में भी मुस्तैदी के साथ कार्य कर रहे हैं। सभी मंडल कार्यालयों में क्लोरिन और ब्लीचिंग पाउडर का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है तथा फील्ड कर्मचारियों को पानी की नियमित रूप से क्लोरिनेशन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके अतिरिक्त समस्त पेयजल स्त्रोतों से लगातार सैंपल लिए जा रहे हैं तथा विभाग की प्रयोगशालाओं में इनकी टैस्टिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि विभाग ने बरसात से पहले सभी पेयजल भंडारण टैंकों की सफाई करवाई थी, लेकिन भारी बारिश के कारण इन भंडारण टैंकों एवं पंप हाउसों में सिल्ट आई गई थी। इसलिए इनकी दोबारा सफाई करने के बाद ही पानी का भंडारण किया जा रहा है।
मुख्य अभियंता ने बताया कि पेयजल योजनाओं के अलावा विभाग की सिंचाई योजनाओं, बाढ़ नियंत्रण योजनाओं और सीवरेज योजनाओं का भी काफी नुक्सान हुआ है। उन्होंने बताया कि हमीरपुर जोन की सभी 11 सीवरेज योजनाओं को भी अस्थाई रूप से बहाल कर दिया गया है।
-0-