पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हमीरपुर (हिमाचल) से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दृष्टिगत आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि “लालू प्रसाद यादव भारत के एकमात्र ऐसे नेता हैं, जिनके कोर्ट नोटिस पर लिखा होता है — ‘सपरिवार हाजिर होना है।’” उन्होंने कहा कि जिस पार्टी और परिवार का मुखिया भ्रष्टाचार के पाँच संगीन मामलों में सज़ायाफ्ता हो, वो बिहार का भला कभी नहीं कर सकता। बिहार की जनता अब विकास की रफ़्तार बनाए रखने के लिए फिर से एनडीए सरकार को चुनने जा रही है।
⚙️ एनडीए के शासन में बिहार ने पकड़ी विकास की रफ़्तार
अनुराग ठाकुर ने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने हर क्षेत्र में विकास की नई ऊंचाइयां छुई हैं।” उन्होंने कहा कि बिहार में सुशासन की सरकार है जबकि विपक्ष — खासकर राजद और कांग्रेस — फिर से राज्य में जंगलराज और अपराध का माहौल लौटाना चाहते हैं। “राजद बिहार को फिर अपहरण उद्योग, अवैध हथियार फैक्ट्रियों और कॉन्ट्रैक्ट किलर संस्कृति की ओर ले जाना चाहता है। उनकी फितरत 20 साल बाद भी नहीं बदली है।”
⚖️ ‘जंगलराज की सोच’ अब भी कायम – अनुराग ठाकुर
अनुराग ठाकुर ने कहा कि राजद आज भी अपराधी मानसिकता वाले लोगों को संरक्षण दे रही है। उन्होंने कहा कि “शहाबुद्दीन जैसे अपराधियों को नेता बनाकर रखने वाली पार्टी अब उनके बेटे ओसामा को उम्मीदवार बना रही है। तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद यादव ने रघुनाथपुर से ओसामा को टिकट देकर यह साबित कर दिया है कि उनकी सोच अब भी वही है — जंगलराज की।”
️ राघोपुर का विकास रोका, खुद के लिए खड़ी की प्रॉपर्टी
अनुराग ठाकुर ने कहा कि लालू-राबड़ी परिवार ने अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर को तीन दशकों में भी पटना से जोड़ने के लिए एक पुल तक नहीं बनवाया। “राघोपुर की हालत यह थी कि गंगा नदी से घिरा यह क्षेत्र सालभर नावों पर निर्भर रहा, लेकिन लालू परिवार ने कभी पुल नहीं बनने दिया — क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि राघोपुर या बिहार का विकास हो।”
⚡ अब बिहार को लालटेन नहीं, बिजली चाहिए
अनुराग ठाकुर ने कहा कि बिहार आज पावर जेनरेशन के युग में आगे बढ़ चुका है। “अब बिहार को उस टूटे-फूटे, जंग लगे लालटेन की कोई जरूरत नहीं। जब मोदी का मन और नीतीश की नीति एक साथ होती है, तो बिहार को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।”
 
					