स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने आज सिरमौर जिला के कोटला बड़ोग में प्रस्तावित आधुनिक नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र के स्थल का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की और 142.7 बीघा भूमि को केंद्र निर्माण के लिए उपयुक्त घोषित किया।
₹5.34 करोड़ की लागत से बनेगा उत्कृष्ट नशा मुक्ति केंद्र
डॉ. शांडिल ने बताया कि नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र के निर्माण के लिए ₹5.34 करोड़ की धनराशि का प्रावधान पहले ही किया जा चुका है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण प्रक्रिया को शीघ्र गति से पूरा किया जाए, ताकि यह केंद्र जल्द युवाओं के पुनर्वास और उपचार के लिए कार्यशील हो सके। “प्रदेश सरकार नशा उन्मूलन को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। इस केंद्र के निर्माण से सिरमौर सहित पूरे प्रदेश के युवाओं को एक नया जीवन मार्ग मिलेगा,” उन्होंने कहा।
नशा निवारण और पुनर्वास के लिए राज्य स्तर पर नई पहल
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। कोटला बड़ोग में बनने वाला यह केंद्र आधुनिक सुविधाओं से लैस एक मॉडल पुनर्वास केंद्र होगा, जहां नशा पीड़ित युवाओं को चिकित्सा, काउंसलिंग और प्रशिक्षण सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा —“हमारे युवा देश की ऊर्जा और भविष्य हैं। दुर्भाग्यवश, नशे की बढ़ती प्रवृत्ति एक सामाजिक चुनौती बन चुकी है। इसे रोकने के लिए जागरूकता, पुनर्वास और सही मार्गदर्शन — तीनों ही अनिवार्य हैं।”
विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने किया स्थल का निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव (सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता) श्याम भगत नेगी, विभाग के निदेशक सुमित खिमटा, एडीएम सिरमौर एल.आर. वर्मा, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग सुरेश कपूर, मुख्य वास्तुकार राजीव शर्मा, एसडीएम पच्छाद डॉ. प्रियंका चंद्रा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राकेश प्रताप, अधीक्षण अभियंता अरविंद शर्मा, उप निदेशक पशुपालन डॉ. संदीप सहित कई विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
 
					