स्वारघाट क्षेत्र में समर्थ-2025 अभियान के अंतर्गत आपदा प्रबंधन पर जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित

हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से विभिन्न आपदाओं के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने हेतु चलाए जा रहे ‘समर्थ-2025’ अभियान के अंतर्गत आज विकास खंड स्वारघाट के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत स्वारघाट और सवाहण में जन चेतना कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों में जन चेतना कला मंच झंडूता के कलाकारों ने फोक मीडिया के माध्यम से लोगों को आपदा प्रबंधन और सुरक्षा उपायों की जानकारी दी।


नुक्कड़ नाटक और गीत-संगीत के माध्यम से जागरूकता

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सौजन्य से, सूचना एवं जन संपर्क विभाग से अनुमोदित कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक और लोक गीतों के माध्यम से उपस्थित लोगों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाव और प्रबंधन के उपायों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। कलाकारों ने वज्रपात (बिजली गिरने) के दौरान अपनाए जाने वाले सावधानियों और प्राथमिक उपचारों को सरल भाषा में समझाया।


वज्रपात से बचाव पर उपयोगी जानकारी

नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कलाकारों ने बताया कि— वज्रपात के शिकार व्यक्ति की श्वसन और नाड़ी की तुरंत जांच करें। यदि व्यक्ति सांस नहीं ले रहा हो तो मुख से मुख जोड़कर कृत्रिम श्वसन (माउथ टू माउथ रेस्पिरेशन) देना अत्यंत लाभदायक हो सकता है। अंतिम गर्जना की आवाज सुनाई देने के कम से कम 30 मिनट बाद तक खुले स्थान से बाहर निकलना जोखिमपूर्ण हो सकता है।


भीड़भाड़ और भगदड़ के समय सावधानी आवश्यक

कलाकारों ने लोगों को यह भी बताया कि— धार्मिक स्थलों, मेलों और उत्सवों में अनुशासित ढंग से चलें और संयम बनाए रखें। यदि भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो तो शांत रहें और मार्ग बदलने का प्रयास करें ताकि स्वयं और दूसरों को नुकसान न पहुंचे।


स्थानीय सहभागिता

कार्यक्रम में ग्राम पंचायत स्वारघाट के प्रधान रोहित ठाकुर सहित लगभग 50 से 70 लोगों ने भाग लिया और आपदा प्रबंधन से संबंधित उपयोगी जानकारी प्राप्त की। प्रतिभागियों ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने में अत्यंत सहायक हैं।