सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग, हिमाचल प्रदेश के नैमेतिक कलाकारों द्वारा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) किन्नौर के सौजन्य से अंतर्राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनिकरण दिवस के अवसर पर “समर्थ–2025” अभियान के अंतर्गत जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को दी आपदा प्रबंधन की जानकारी
विभाग के नैमेतिक दल वंदना कला रंगमंच, तारादेवी (शिमला) ने निचार उपमंडल की भावानगर और टापरी पंचायतों में नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से लोगों को आपदा के समय किए जाने वाले राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में जागरूक किया। नाटकों में बाढ़, भूस्खलन और आगजनी जैसी आपदाओं के दौरान व्यक्ति विशेष द्वारा स्वयं एवं दूसरों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाए, इस विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई।
कलाकारों ने संगीत और संवाद के माध्यम से भी लोगों को आपदा के प्रति तैयार रहने का संदेश दिया।
नशा मुक्त भारत अभियान के तहत भी हुआ जागरूकता प्रसार
इसके अतिरिक्त, जिला कल्याण विभाग द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत टापरी और रिब्बा पंचायतों में भी वंदना कला रंगमंच के कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक और संगीत प्रस्तुति के माध्यम से नशे के दुष्प्रभावों और इससे बचाव के उपायों पर लोगों को जागरूक किया।
कलाकारों ने जनहित संदेशों को जन-जन तक पहुंचाया
इन कार्यक्रमों का उद्देश्य आपदा के प्रति तैयारी और नशामुक्त समाज निर्माण के संदेश को सांस्कृतिक माध्यमों से अधिक प्रभावशाली ढंग से आम जनता तक पहुंचाना रहा।
 
					