सिरमौर जिले में आपदा न्यूनीकरण समर्थ-2025 फोक मीडिया जागरूकता अभियान का आयोजन

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सिरमौर तथा सूचना एवं जन संपर्क विभाग के समन्वय से सिरमौर जिले में आज से आपदा न्यूनीकरण समर्थ-2025 फोक मीडिया विशेष जागरूकता अभियान आरंभ हुआ। यह अभियान अंतर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया।

आज उपमंडल नाहन, शिलाई, संगडाह और पच्छाद में विभिन्न स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रमों में पंचायत भवन नाहन, सैन की सेर, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रोनहाट एवं द्राविल, ग्राम पंचायत भवाई एवं भंगायणी मंदिर, नारग बस स्टैंड और वासनी बाजार शामिल थे।

कार्यक्रमों में गीत-संगीत और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को सुरक्षित निर्माण प्रथाओं, आपदा जोखिम न्यूनीकरण, सामान्य आपदा के दौरान सुरक्षा उपायों और आपदा पूर्व तैयारी के प्रति जागरूक किया गया। कलाकारों ने आम जनता से अपील की कि आपदा से संबंधित जानकारी परिवार, बच्चों और बुजुर्गों के साथ साझा करें, ताकि आपदा के समय जान-माल के नुकसान से बचा जा सके

कार्यक्रम में शामिल महत्वपूर्ण संदेशों में शामिल थे:

  • घर बनाने से पहले स्थान का सही चयन करें और सुनिश्चित करें कि यह क्षेत्र नदी-नालों के समीप या भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र न हो।

  • मौसम विभाग एवं प्रशासन द्वारा जारी चेतावनियों को सावधानी से लें

  • भारी बारिश, बर्फबारी, भीषण गर्मी और लू जैसी परिस्थितियों में अनावश्यक यात्रा से बचें

उपस्थिति अधिकारी एवं प्रतिनिधि:

  • हरिपुरधार: जिला आपदा प्रबंधन नोडल अधिकारी ग्रामीण राजस्व अधिकारी सुनील कुमार, प्रदीप पोजटा; पुलिस विभाग से सदानंद; ग्राम पंचायत दीवड़ीखड़ांह के प्रधान रणबीर, ग्राम पंचायत भवाई के प्रधान जोगेंद्र ठाकुर, पूर्व प्रधान बिबता नंद, नव युवक मंडल के प्रधान अनिल कुमार, महिला मंडल की आशा देवी, उप प्रधान शीला देवी; नाहन पंचायत प्रधान सुषमा सैनी; सैन की सेर प्रधान रेखा भाटिया; अन्य स्थानीय प्रतिनिधि।

  • शिलाई: नोडल अधिकारी कानूनगो खजान सिंह, ग्रामीण राजस्व अधिकारी अनीत ठाकुर, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रोनहाट के प्रधानाचार्य कुलदीप नेगी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला द्राबिल के प्रधानाचार्य सीता राम।

  • पच्छाद: ग्राम पंचायत वासनी के प्रधान संजीव तोमर, उप प्रधान हरदेव, सचिव नेकराम, वार्ड सदस्य जीत राम सहित स्थानीय लोग।

इस अभियान का उद्देश्य सामुदायिक जागरूकता बढ़ाना, स्थानीय लोगों को सुरक्षित निर्माण और आपदा प्रबंधन की जानकारी देना और आपदा जोखिम न्यूनीकरण के उपायों को जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित करना है।