उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पर्यावरण संरक्षण और वन प्रबंधन में जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए राजीव गांधी वन संवर्धन योजना शुरू की है। इस योजना के तहत महिला मंडलों, युवक मंडलों, स्वयं सहायता समूहों और अन्य पंजीकृत सामुदायिक संगठनों को वनीकरण गतिविधियों से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत बंजर भूमि पर फलदार वृक्ष लगाए जाएंगे, जिससे पर्यावरण सुधार के साथ ग्रामीणों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। प्रति हेक्टेयर वृक्षारोपण पर समूहों को 1.20 लाख रुपये तक सहायता दी जाएगी, जबकि पौधों के 50% से अधिक जीवित रहने पर 1 लाख रुपये अतिरिक्त प्रोत्साहन मिलेगा। कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री ने 76वें वन महोत्सव के तहत हरोली में अर्जुन का पौधा लगाया और जलशक्ति विभाग के निर्माणाधीन विश्राम गृह का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को 15 दिसंबर तक कार्य पूरा करने और परिसर में योजनाबद्ध पौधारोपण करने के निर्देश दिए।
बड़े प्रजाति के पेड़ों की गिनती और जियो टैगिंग
ऊना में पहली बार आम, पीपल और बरगद के पेड़ों की गिनती और जियो टैगिंग की गई है। जिले में कुल 46,425 बड़े पेड़ हैं, जिनमें 40,827 आम, 3,538 पीपल और 2,060 बरगद शामिल हैं। इससे अवैध कटान पर रोक लगेगी।
वनीकरण पर जोर
इस वर्ष ऊना में 2.78 लाख पौधे लगाए जाएंगे। हरोली में 20,000 खैर के पौधे मुफ्त बांटे गए हैं और बरगद, पीपल, शमी व बिल प्रजाति के 831 पौधे भी लगाए गए हैं।
हरोली में विकास परियोजनाएं
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बल्क ड्रग पार्क: 900 करोड़ रुपये के टेंडर, 10,000 करोड़ के निवेश की संभावना, 10,000 से अधिक रोजगार
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शिक्षा: डॉ. सिम्मी अग्निहोत्री राजकीय डिग्री कॉलेज में एमए और प्रोफेशनल कोर्स शुरू
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खेल: 10 करोड़ की लागत से सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक
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परिवहन: 13 करोड़ की लागत से हेलीपोर्ट, ट्रांसपोर्ट पार्क और वाहन परीक्षण केंद्र
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आलोचना करने वालों से विकास के इरादे विचलित नहीं होंगे और हरोली को नए विकास की ऊंचाइयों पर पहुंचाया जाएगा।