एसएफआई ने डीसी ऑफिस के बाहर ‘जॉब ट्रेनी पॉलिसी’ के खिलाफ प्रदर्शन किया, कांग्रेस सरकार पर हमला

शिमला || 4 अगस्त  2025 || एसएफआई (स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) राज्य कमेटी ने आज डीसी ऑफिस के बाहर जॉब ट्रेनी पॉलिसी के खिलाफ जोरदार रैली निकाली और प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन को एसएफआई राज्य अध्यक्ष अनिल ठाकुर ने संबोधित किया।

कांग्रेस सरकार की नीतियों पर हमला
अनिल ठाकुर ने कहा, “हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को तीन साल हो चुके हैं, लेकिन जो वादा उन्होंने युवाओं से किया था कि प्रत्येक वर्ष 2 लाख नौकरियां दी जाएंगी, वह पूरी तरह विफल साबित हुआ है। इसके विपरीत, जो नौकरियां मौजूद थीं, उन्हें भी अब जॉब ट्रेनी योजना के तहत समाप्त करने की योजना बनाई जा रही है।”

उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “पूर्व में भाजपा सरकार ने आउटसोर्स ठेका प्रथा शुरू की थी, और अब कांग्रेस सरकार शिक्षक वीर और जॉब ट्रेनी जैसी नीतियां लागू कर युवाओं से धोखा कर रही है।”

कांग्रेस सरकार पर युवा विरोधी नीतियों का आरोप
ठाकुर ने आगे कहा, “कांग्रेस सरकार युवा विरोधी नीतियां लागू कर प्रदेश को लगातार पीछे धकेलने का काम कर रही है। प्रदेश में जो युवा और छात्र मेहनत से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे, उनका सपना अब टूटता दिख रहा है। सरकार ने उनके उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।”

एसएफआई की मांग
एसएफआई ने जॉब ट्रेनी योजना को युवा विरोधी और स्थायी रोजगार को खत्म करने की साजिश करार दिया। एसएफआई ने सरकार से मांग की है कि इस योजना को तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाए ताकि प्रदेश के युवाओं को स्थाई रोजगार मिल सके।

आंदोलन की चेतावनी
एसएफआई ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इस योजना को रद्द नहीं किया, तो वे पूरे प्रदेश के छात्र-नौजवानों को संगठित करके कांग्रेस सरकार के खिलाफ विरोध आंदोलन करेंगे, और इसके लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार होगी।

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