नाहन || 31 जनवरी 2025 || पूरे देश में शुरू हुए सड़क सुरक्षा माह का विधिवत समापन हो गया है। इस अवसर पर RTO सिरमौर सोना चौहान ने कहा देश भर में मनाये जा रहे सड़क सुरक्षा माह की आज औपचारिक समाप्ति हुई है लेकिन सड़क सुरक्षा को लेकर विभाग की ओर से जागरूकता अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेंगे।
परिवहन विभाग सिरमौर द्वारा आज इस माह के अंतिम दिवस पर सिरमौर ट्रक ऑपरेटर्स यूनियन पौंटा साहिब में जागरूकता शिविर लगाया गया जिसमे भारी संख्या में ट्रक एवं बस ऑपरेटर्स ने भाग लिया।
जागरूकता अभियान को संबोधित करते हुए आरटीओ सिरमौर ने कहा कि हमारे देश की इकॉनमी इन्ही ट्रक ड्राइवर्स पर निर्भर करती है। इनका स्वस्थ्य व् सुरक्षित होना भी सभी के लिए ज़रूरी है। अभियान के तहत उन्हें बताया गया कि किसी भी ड्राइवर को गाडी में बैठने से पहले सरसरी तौर पर देख लेना चाहिए कि वाहन में कोई खराबी तो नहीं है तथा ट्रक चालाक को अपने आस पास के ब्लाइंड स्पॉटस को हमेशा चेक करना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार कि अवांछित परिस्थिति से बचा जा सके।
आरटीओ सिरमौर ने कहा कि सड़क पर उनका व्यव्हार बहुत ही शांत व समन्वय पूर्ण होना चाहिए। ज़्यादातर ट्रक दूसरे प्रदेशों में हाईवे पर चलते हैं, अतः उन्हें लेन ड्राइविंग का पालन करना चाहिए। बार बार लेन बदलने से बचना चाहिए। अभियान के दौरान सभी को हिदायत दी गई कि टेल गैटिंग से बचे यानि आगे चलने वाले वाहन से उचित दूरी बनाये रखे। आगे चलने वाले वाहन से 3 से 5 सेकंड कि दुरी होनी चाहिए। बहुत बार ध्यान में आता है कि फ्लाईओवर से दूसरे मार्ग पर आने के लिए रोड साइन होने के बावजूद भी गलत दिशा से एंटर या एग्जिट करते हैं, जो सीधे तौर पर एक्सीडेंट को निमंत्रण देना है।
उन्होंने कहा कि बड़े वाहनों को चलाते समय छोटे वाहन जैसे टूव्हीलर व् कारों का सड़क पर चलते समय विशेष ध्यान रखें। बारिश में व् ख़राब मौसम में गाडी धीरे चलाएं। उन्हें बताया कि धुंध में सामने से आने वाला वाहन दूर प्रतीत होता है, लेकिन वास्तव में वह पास ही होता है। अतः ऐसे में ओवरटेक करने से बचे। बहुत बार वन वे ट्रैफिक वाली सड़क से कुछ एक वाहन गलत दिशा में चलते हैं, जससे एक्सीडेंट होते है।
उन्होंने सभी से आग्रह किया कि ट्रको में ओवरलोड बिलकुल भी न करें क्योंकि इससे पब्लिक प्रॉपर्टी को तो नुकसान होता ही है लेकिन साथ ही वाहन के लिए खतरनाक होता है। यदि कोई ट्रक का एक्सल लिफ्ट करके चलता है तो वो भी ओवरलोड कि श्रेणी में आता है। इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि सभी ड्राइवर्स को प्रॉपर रेस्ट लेना चाहिए। नशे का सेवन करके गाडी न चलाएं क्योंकि ऐसी स्थिति में हमारे रिफ्लेक्स एक्शन धीमे पड़ जाते हैं तथा वाहन पर से नियंत्रण खो जाता है। अतः उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे अपने वाहन की समय पर ओवरहालिंग, ब्रेक पैड चेंज व् अन्य ज़रूरत मुरम्मत समय समय पर करवाते रहे तथा सुरक्षा से जुड़े सभी नियमो का पालन करें।
हिमाचल प्रदेश में अपडेट हुआ प्रदुषण जांच केंद्र का वर्शन 2.0
परिवहन विभाग, हिमाचल प्रदेश में NIC द्वारा दिनांक 27.01.2025 से प्रदुषण नियंत्रण सॉफ्टवेयर का वर्शन 2.0 अपडेट कर दिया गया है, जिसके तहत अब “वेब कमरा” की जगह स्मार्ट फ़ोन को पोल्लुशन चेक मशीन से कनेक्ट किया जायेगा तथा उसके द्वारा प्रदुषण चेक करवाने आये वाहन की तस्वीर, प्रदूषण चेक सेण्टर की तस्वीर तथा 4 से 5 सेकंड का एक वीडियो कैप्चर किया जायेगा। जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि वाहन वास्तव में प्रदुषण जांच हेतु केंद्र में लाया गया है।
मोबाइल कैमरा प्रदुषण जांच केंद्र के साथ “जिओ टैग्ड” रहेगा, जिससे यदि वाहन प्रदुषण जांच केंद्र के दायरे से कहीं बाहर खड़ा है तो ऐसे में जाँच नहीं हो पाएगी तथा परिणाम स्वरुप “प्रदुषण नियंत्रण प्रमाण पत्र” जारी नहीं हो सकेगा। हालाँकि जिला सिरमौर में इस तरह की अनियमितता कभी रिपोर्ट नहीं हुई लेकिन फिर भी इसे सुनिश्चित करने के लिए पूरे प्रदेश में यह अपडेशन की गई है। वर्तमान में जिला सिरमौर में कुल 10 ऑनलाइन प्रदुषण जांच केंद्र पंजीकृत हैं।
बताते चलें कि विभाग द्वारा नवंबर 2024 से विभिन्न वाहनों के प्रदुषण जांच प्रमाण पत्र जारी करने की फीस में भी बढ़ोतरी कर दी गई है , जिसके अनुसार पेट्रोल/ सी० एन० जी०/ एल० पी० जी० चालित दोपहिया वाहनों की फीस रु० 100/- (80+20 ग्रीन टैक्स ), तिपहिया वाहनों की रु० 120/- (100+20 ग्रीन टैक्स), चौपहिया वाहनों की रु० 130/- (100+30 ग्रीन टैक्स) व् डीजल चालित वाहनों की फीस रु० 150/- (100+40 ग्रीन टैक्स) कर दी गई है।
एक माह तक चला जागरूकता अभियान
इस अवसर पर आरटीओ सिरमौर सोना चौहान ने बताया कि राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का शुभारंभ 1 जनवरी 2025 को हुआ था। इसके पश्चात आरटीओ ऑफिस, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग ने मिलकर जिले के विभिन्न स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाया।
सड़क सुरक्षा पर विशेष शिविरों का आयोजन
आरटीओ ने बताया कि पुलिस और परिवहन विभाग के सहयोग से जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया। इसके अलावा टैक्सी, ट्रक, बस ऑपरेटरों और एचआरटीसी वर्कशॉप में विशेष सुरक्षा शिविरों का आयोजन किया गया।
सड़क सुरक्षा एक सामूहिक जिम्मेदारी
आरटीओ ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल सरकार या पुलिस की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि इसमें हर नागरिक की भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने सभी वाहन चालकों से अनुरोध किया कि वे नियमित रूप से हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग करें, ट्रैफिक सिग्नल और गति सीमा का पालन करें तथा सड़क पर सतर्कता बरतें ताकि सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके।