शिमला || 3 अगस्त 2025 || पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद, अनुराग सिंह ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार द्वारा लॉटरी फिर से शुरू करने के फैसले पर तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की नीतियों ने प्रदेश को पहले ही आर्थिक संकट में डाल दिया है, और अब लॉटरी को फिर से शुरू करके यह सरकार प्रदेश के गरीब और मध्यवर्गीय परिवारों को बर्बाद करने की कोशिश कर रही है।
ठाकुर ने शिमला में एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा, “हिमाचल प्रदेश में जब से मौजूदा कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है, इन्होंने जनविरोधी फैसलों के जरिए देवभूमि को त्रस्त कर दिया है। कांग्रेस सरकार के खराब आर्थिक प्रबंधन के चलते प्रदेश पर एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज़ चढ़ चुका है। अब लॉटरी जैसे कदम के जरिए यह सरकार जनता को और मुश्किल में डालने की योजना बना रही है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि लॉटरी को फिर से शुरू करने का निर्णय गरीब परिवारों, छात्रों, युवाओं और नौकरीपेशा लोगों के लिए आर्थिक संकट पैदा करेगा। ठाकुर ने कहा, “लॉटरी को फिर से शुरू करना जनता के आर्थिक हितों के साथ खिलवाड़ है। बिना किसी विजन और ठोस आर्थिक नीतियों के साथ यह सरकार सिर्फ अपने खजाने को भरने के लिए लोगों को लूटने का काम कर रही है।”
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने 1998 में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री शांता कुमार के नेतृत्व में लॉटरी को समाप्त किए जाने का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “2004 में कांग्रेस सरकार ने लॉटरी को फिर से शुरू किया, लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इसके दुष्परिणामों को देखते हुए इसे पूरी तरह से बंद कर दिया।”
ठाकुर ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि कर्मचारियों की सैलरी, युवाओं की बचत, सेवानिवृत पेंशन और मजदूरों का पैसा सुरक्षित रहना चाहिए। “लोकहित में सरकार को लॉटरी शुरू करने के फैसले को तुरंत वापस लेना चाहिए,” उन्होंने कहा।
कांग्रेस सरकार की नीतियों पर यह आलोचना राज्य की राजनीति में और गर्माहट ला सकती है, खासकर जब चुनाव नजदीक हों। हिमाचल प्रदेश में लॉटरी की पुनरावृत्ति ने कई परिवारों को आर्थिक रूप से नुकसान पहुँचाया था, और अब इस कदम के खिलाफ विरोध बढ़ सकता है।